
एलर्जी
एलर्जी क्या है, यह किन कारणों से होता है, एलर्जी कितने प्रकार का होता है, इसके लक्षण क्या-क्या हैं और इसका उपचार किस तरह हो सकता है, आदि सवालों के जवाब आप यहां पा सकते हैं। अगर आपके मन में एलर्जी को लेकर कोई सवाल है तो यहां पूछें।
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Health and lifestyle Related Question on एलर्जी
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Team OMH
View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। जांघों की त्वचा हमेशा कवर रहती है। और इसके साथ ही यह त्वचा के मोड़ों और कपड़ों के लगातार संपर्क में बनी रहती है। इस कारण इस हिस्से की त्वचा में काफी नमी होती है। जो संक्रमण का कारक बन सकती है। पाउडर, डियोड्रेंट, अंगवस्त्र धोने के लिए इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट पाउडर से एलर्जी के कारण भी यह समस्या हो सकती है। इसमें आपको साफ-सफाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा विटामिन ई का ऑइंटमेंट, ऑलिव ऑयल और नीम जैसे तत्वों से सफाई आदि का काम भी किया जा सकता है। ये किसी हद तक बहुत कारगर होते हैं। लेकिन, बिना डॉक्टरी सलाह के इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। डॉक्टर तय करता है कि आपको एंटी-फंगल, स्टेरायड, एंटी-एलर्जी अथवा अन्य किस प्रकार के इलाज की जरूरत है।
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Team OMH
View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। फोड़े-फुंसियों को ठीक करने के लिए मदार का पौधा एक अचूक उपाय है। गर्मियों में फोड़े-फुंसियों की समस्या अधिक होती है। जो कि कई सारी दवा करने के बाद भी नहीं ठीक होती है। ऐसे में मदार के पौधे का इस्तेमाल करें। मदार की जड़ को अच्छी तरह से पीस लें और उसका लेप फोड़े और फुंसियों पर लगाएं। इस लेप से फोड़ा जल्दी ठीक हो जाता है।
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View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। एक चम्मच कपूर के साथ एक चम्मच चन्दन की लई मिलाकर एक्जिमा से ग्रसित जगह पर लगाने से भी बहुत फायदा होता है। नीम के कोमल पत्तों का रस निकालकर उसमें थोड़ी सी मिश्री मिला लें। इसे प्रतिदिन सुबह पीने से खून की खराबी दूर होकर एक्जिमा ठीक होने लगता है। दही और अचार जैसे खट्टी चीज़ों का सेवन बिलकुल ना करें। शुद्ध हल्दी भी एक्जिमा की चिकित्सा में लाभ प्रदान करती है। इसे एक्जिमा के चकतों पर लगाया जा सकता है और दूध में मिलाकर भी पीया जा सकता है।
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View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। "एलर्जी"-एक आम शब्द है जो एक तरह की समस्या है। ये किसी को किसी भी चीज से हो सकती है। इसके लिए कोई नियम नहीं बना और इसके बारे में डॉक्टर भी नहीं बता सकते। हमारे आसपास कई ऐसी चीजें मौजूद होती हैं जिनके संपर्क में आने पर हमें एलर्जी हो सकती है। पर्यावरण में एलर्जी फैलाने वाले एलर्गन तत्वों के संपर्क में आने के कारण हमें यह समस्या होती है। आमतौर पर यह जुकाम, खांसी, नाक से पानी बहना, नाक में खारिश व आंखों में लाली के तौर पर सामने नजर आती है। इनसे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप ऐसी चीजों के संपर्क में ही न आएं। एलर्जी से बचने की अधिक टिप्स के बारे में जानकारी के लिए आप यह लेख पढ़ सकते हैं http://www.onlymyhealth.com/tips-to-cure-allergy-in-hindi-1496915421
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View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। मुख्य रूप से यह रोग खून की खराबी के कारण होता है और चिकित्सा न कराने पर तेजी से शरीर में फैलता है। साफी रक्त शुद्धि की एक बहुत ही प्रचलित औषधि है, जिसके एक दो चम्मच खाली पेट लेने से एक्ज़िमा काफी हद तक ठीक हो जाता है। एक चम्मच कपूर के साथ एक चम्मच चन्दन की लई मिलाकर एक्जिमा से ग्रसित जगह पर लगाने से भी बहुत फायदा होता है। नीम के कोमल पत्तों का रस निकालकर उसमें थोड़ी सी मिश्री मिला लें। इसे प्रतिदिन सुबह पीने से खून की खराबी दूर होकर एक्जिमा ठीक होने लगता है। शुद्ध हल्दी भी एक्जिमा की चिकित्सा में लाभ प्रदान करती है। इसे एक्जिमा के चकतों पर लगाया जा सकता है और दूध में मिलाकर भी पीया जा सकता है। आयुर्वेद से एक्जिमा के उपचार में अधिक जानकारी यह लेख पढ़कर पा सकते हैं http://www.onlymyhealth.com/ayurvedic-treatment-eczema-in-hindi-1316770060
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View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। लहसुन में प्राकृतिक एंटी-फंगल तत्व पाये जाते है, जो दाद सहित कई प्रकार के फंगल इंफेक्शन को ठीक करने में सहायक होते हैं। लहसुन को छिलकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर उसका अर्क निकालकर दाद पर लगाने से आराम मिलता है। इस अर्क में जैतून का तेल और शहद मिलाने से यह घरेलू उपाय और अधिक प्रभावी हो जाता है। नारियल का तेल दाद के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी उपायों में से एक है, क्योंकि कवक के कारण होने वाले त्वचा संक्रमण को पूरी तरह से ठीक करने में मदद करता है। नारियल के तेल में जादू संघटक मध्यम श्रृंखला चैन फैटी एसिड (MCFA) विशेष रूप से लोरिक एसिड है। यह एसिड दाद संक्रमण के इलाज करने में बहुत मदद करते हैं। दाद वाले हिस्से पर थोड़ा सा नारियल तेल लेकर थोड़ी देर मसाज करें। इस उपाय को दिन में 3 से 4 बार करें, आराम मिलेगा।
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View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। सामान्य रूप से शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र बैक्टीरिया, वायरस या दूसरे विषैले पदार्थो से हमारी रक्षा करता है। लेकिन कुछ लोगों में किसी विशिष्ट खाद्य पदार्थ को खाते ही प्रतिरक्षा तंत्र गड़बड़ा जाता है। जिससे शरीर में विकार उत्पन्न हो जाता है। हालांकि फूड एलर्जी के कारणों को अभी तक स्पष्ट नहीं किया जा सका है। लेकिन इसके जो कारण बताए गए हैं उनमें किसी विशिष्ट भोज्य पदार्थ से प्रतिरक्षा तंत्र का एंटीबॉडीज व हिस्टामाइन नामक एंजाइम का पैदा होना है। डाक्टरों की राय में फूड एलर्जी का एकमात्र इलाज उस भोज्य पदार्थ को न खाना है जिससे एलर्जी होती है। थायराइड के चलते वजन बढ़ने की समस्या पर काबू पाने के लिए पहले थाइराइड की समस्या का निदान ढ़ूढ़ना होगा। जरूरी जांच करने के बाद डॉक्टर इस नतीजे पर पहुंचेगा कि वजन नियंत्रित करने के लिए आपको किस तरह की दिनचर्या और इलाज की जरूरत है।
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View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। पुराने निशान आसानी से पीछा नहीं छोड़ते हैं। पुराने निशानों से छुटकारा पाने के लिए नीम के पत्ते और गाय के देसी घी का घरेलू नुस्खा आजमा सकते हैं। जिसके 2 दिन के प्रयोग से पुराने से पुराना दाग भी काफी हद तक ठीक हो जाता है। पेस्ट को बनाने के लिए आपको 50 ग्राम नीम के पत्ते और 500 ग्राम गाय के घी को एक साथ आग पर पकाना है। इस मिश्रण को तब तक पकाएं जब तक नीम के पत्ते बिल्कुल काले ना हो जाएं। जब ऐसा हो जाए तो आप इस मिश्रण को आग से उतारे और अच्छी तरह मिक्स करें। अब इस लेप को पुराने से पुराने घाव या निशान पर लगाएं। इस लेप को धोने के लिए अगर आप नीम के पानी का इस्तेमाल करेंगे तो और भी फायदा होगा। इसे लगाने से पहले अपने घाव या निशान को नीम के पानी से धोना अच्छा रहेगा। इस मिश्रण को सिर के फोड़े-फुन्सी पर भी लगाया जा सकता है। तुरंत आराम मिलेगा।
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Team OMH
View All Answers (1)A. फंगल इंफेक्शन के इलाज के लिए आप सादे दही का इस्तेमाल कर सकते हैं। समस्या होने पर सादा दही कॉटन पर लेकर संक्रमित हिस्से पर लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें, फिर गुनगुने पानी से धो लें। इस उपाय को संक्रमण के साफ होने तक एक दिन में दो बार लगाये। एप्पल साइडर सिरका किसी भी प्रकार के फंगल इंफेक्शन के लिए बहुत आम इलाज है। समस्या होने पर एक कप गर्म पानी में दो बड़े चम्मच सेब साइडर सिरका मिलाकर पीयें।
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Rishi Mishra
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View All Answers (1)A. अक्सर कान में खुजली की समस्या कान की ठीक प्रकार से सफाई न करने से होती है। नियमित सफाई स्वच्छता बनाये रखने और कान में वैक्स को जमा होने से बचाने का सबसे अच्छा उपाय है। यह घरेलू उपचार राहत दे सकते हैं ड्रॉपर की मदद से, दिन में 3 बार अपने कान में जैतून का तेल डालने से कान में खुजली से राहत मिलती है। इस उपाय को अधिक कारगर बनाने के लिए आप जैतून के तेल में लहुसन की एक कली को अच्छे से पीसकर भी मिला सकते हैं। संक्रमण के कारण होने वाले खुजली और कानदर्द में सिरका बहुत काम आता है। साफ पानी और सफेद सिरका को बराबर मात्रा में मिला लें। इसकी दो बूंदें कान में दिन में तीन बार डालने से आराम मिलेगा। कभी-कभी अपने कान में अत्यधिक वैक्स खुजली का कारण होती है। अपने कान पर एक गर्म पानी की बोतल लगाकर वैक्स को दूर करने का प्रयास करें। इससे उत्पन्न गर्मी वैक्स को पिघालकर आसानी से आपके कान से बाहर निकल जाती है। अगर समस्या लंबे समय से है तो चिकित्सक की सहायता लें।
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Team OMH
View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद। ऐसा कोई प्राकृतिक तरीका नहीं है जिसके बारे दावे से कहा जा सके कि वह रक्त में आईजीई की मात्रा कम कर देगा। हालांकि उपाय कई हैं जिनका असर कम या ज्यादा होता है। किसी योग्य चिकित्सक के मार्गदर्शन में नैचुरोपैथी, योग (सर्वांगासन, वक्रासन व भुजंगासन आदि), प्राणायाम, ध्यान व एलर्जी पैदा करने वाले तत्व से दूरी लाभकारी हो सकती है।
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Team OMH
View All Answers (1)A. सवाल पूछने के लिए धन्यवाद, आयुर्वेंद की महान देन त्रिफला से हम सभी परिचित है। इसके चूर्ण का नियमित रूप से रात को सोने से पहले 1-2 चम्मच सेवन कब्ज की समस्या दूर करने मेंं मदद करता है। जिससे बवासीर में राहत मिलती है।
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Team OMH
December 21, 2017 View All Answers (1)A. आपकी इस समस्या का कारण शरीर में पानी की कमी होना हो सकता है। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो धूप की किरणें शरीर को प्रभावित करती हैं। आजकल सर्दियों का मौसम है इसलिए नहाने के बाद शरीर में मॉश्चराइजर जरूर लगाएं। सन स्क्रीन का इस्तेमाल ना करने के कारण स्किन शुष्क हो जाती है। जिसके चलते आपको ये समस्या हो रही है। इसके अलावा आप एक बार किसी अच्छे डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।